धनतेरस दीवाली शुभ मुहूर्त 2017 पूजा विधि Dhanteras 2017 Diwali Laxmi Puja 2017

धनतेरस दीवाली 2017 लक्ष्मी कुबेर पूजा विधि Dhanteras Diwali Auspicious Time 2017 –

दिवाली त्यौहार आने में अभी कुछ ही दिन शेष है. माना जाता है कि दिवाली 5 पर्वो का पर्व है. अतः दिवाली धनतेरस के दिन से शुरू होकर भाई दूज तक चलते है. इन पांचो दिनों का अपना एक विशेष महत्व है.

कहा जाता है कि इन सभी दिनों में की गयी पूजा आराधना, उपायों  को यदि शुभ महरात पर किया जाए तो  व्यक्ति को पूजा का पूर्ण फल मिलता है और उन पर देवी देवताओ की कृपा बनी रहती है. आज हम  धनतेरस के शुभ मुहूर्त और दीवाली के शुभ मुहूर्त के बारे में बात करेंगे.

धनतेरस शुभ मुहूर्त –

इस साल धनतेरस का शुभ पर्व 17 अक्टूबर 2017 मंगलवार के दिन है.

टीवी, फ्रिज, एसी, कंप्यूटर, लैपटॉप, मोबाइल और अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स सामान, दोपहिया चार पहिया वाहन, के लिए सबसे उत्तम शुभ मुहूर्त

शुभ – 06 बजकर 08 मिनट से 08 बजकर 18 मिनट तक।

दोपहर – 12 बजकर 40 मिनट से 2 बजकर 25 मिनट तक।

शाम  – 5 बजकर 25 मिनट से 7 बजकर 03 मिनट तक।

दुकान, मकान, जमीन, जायदाद, सोना, चांदी या फिर अन्य कीमती धातु के लिए सबसे उत्तम शुभ मुहूर्त

सुबह – 8 बजकर 18 मिनट से 10 बजकर 35 मिनट तक।

दोपहर –  2 बजकर 25 मिनट से 3 बजकर 56 मिनट तक।

शाम – 7 बजकर 03 मिनट से रात 9 बजे तक।

कॉस्मेटिक्स, सजावटी वस्तुओं और महंगे परिधानों की खरीदारी के लिए सबसे उत्तम शुभ मुहूर्त

शाम – 7 बजे से रात 11 बजकर 33 मिनट तक समय शुभ रहेगा।

लक्ष्मी पूजा सामग्री  –

मां लक्ष्मी की पूजा के लिये आप अपने सामर्थ्य के अनुसार मां लक्ष्मी की प्रिय वस्तुए पूजा में रख सकते है. जैसे  लाल, गुलाबी व पीले रंग के  रेशमी वस्त्र, कमल के फूल, रोली, कुमकुम, सुपारी, चौकी, कलश, मां लक्ष्मी व भगवान श्री गणेश जी की प्रतिमा, आसन, थाली, चांदी का सिक्का, धूप, कपूर, दीपक, रुई, नारियल, शहद, दही, गंगाजल, धनियां, जौ, गेंहू, दुर्वा, चंदन, आदि.

दीवाली शुभ मुहूर्त

इस बार लक्ष्मी पूजन के लिए 3 शुभ मुहूर्त है प्रदोष काल मुहूर्त, चौघड़िया काल, महानिशिता काल

सुबह – 06 बजकर 12 मिनट से 7 बजकर 37 मिनट तक

शाम – 16 बजकर 06 मिनट से 20 बजकर 41 मिनट तक

रात्रि – 23 बजकर 51 मिनट से 24 बजकर 41मिनट तक

लक्ष्मी पूजन विधि –

इस दिन माँ लक्ष्मी के पूजन के लिए सबसे पहले एक चौकी को धोकर उस पर रंगोली बनाएं. अब चौकी के चारों तरफ चार दीपक जलाएं. इसके बाद मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की प्रतिमा को स्‍थापित करने वाली जगह पर थोड़े से चावल रखकर माँ लक्ष्मी की प्रतिमा को रखें. अब देवी लक्ष्मी के बाईं ओर भगवान विष्‍णु की प्रतिमा को स्‍थापित करें. इनकी पूजा करने से घर से नकारत्मक ऊर्जा दूर होती है और सुख समृद्धि बनी रहती है. अब पूजा की सामग्री को लेकर संकल्प करे. पहले गणेश जी की पूजा करे और इसके बाद स्‍थापित सभी देवी-देवताओं का पूजन करें. कलश की स्‍थापना कर मां लक्ष्मी का ध्यान करें. और इसके साथ ही इस दिन धन की देवी मां लक्ष्मी को  लाल वस्‍त्र अवश्य पहनाएं.

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