कान के संक्रमण का घरेलु इलाज Ear allergy causes and solutions

कान में संक्रमण होने के कारण और घरेलु उपचार 

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कान में संक्रमण अकसर बैक्टीरियल या वायरल संक्रमण के कारण होता है जो कि मध्य कान को प्रभावित करता है  जिसमें छोटी हड्डियों का आकर पहाड़ी जैसा बना होता है. इसी में कान के परदे के पीछे हवा से भरी जगह होती है. आमतौर पर कान का संक्रमण बैक्टीरिया और वायरस के उतपन्न होने के कारण होता है. बैक्टीरिया और वायरस कारण, ऊपरी श्वसन में संक्रमण से सूजन या यूस्टेशीयून ट्यूब ब्लॉक होने लगती है. जो हमारे कान से गले के बीच जुड़ी होती है. इस स्थिति में हवा मध्य कान तक नहीं पहुंच पाती. जिसके कारण काम में दर्द तथा अन्य समस्याएं होने लगती हैं. इस समस्या को दूर करने के लिए कुछ घरेलु उपाय है जिसके प्रयोग से आसानी से कण के सक्रमण को दूर किया जा सकता है.

कान में सक्रमण होने के कारण

एलर्जी – आमतौर पर एलर्जी को कान के संक्रमण के रूप में जाना जाता है, इसमें कान में अचानक बहुत तेज दर्द होने लगता है.

श्वसन सम्बन्धी संक्रमण – आमतौर पर कान का संक्रमण उस बैक्टीरिया या वायरस से उत्पन्न होता है जो शरीर में नाक और मुँह के माध्यम से प्रवेश करते हैं. 

एडेनोईड ग्लैंड में परेशानी होने पर – कान में दर्द होने के अनेक कारण हो सकते हैं मगर कई बार यह संक्रमण एडेनोईड ग्लैंड में परेशानी होने के कारण होने लगता है.

ठन्डे वातावरण में रहना – कान में सक्रमण होने का एक कारण ठंडा वातावरण भी है. अनेक व्यक्ति होते हैं जिन्हे अधिक ठंडा सहन नहीं होता जिसके कारण उन्हें अनेक समस्याएं होने लगती हैं. जिनमे से कान का संक्रमण भी है.

हाल ही में हुई बीमारी – यदि कोई व्यक्ति किसी बीमारी से जूझ रहा हो तो कई बार कान में सक्रमण किसी बीमारी की चपेट में आने के कारण भी हो सकता है.

बैक्टीरियल इन्फेक्शन – कान में संक्रमण होने की सबसे बड़ी वजह बैक्टीरिया को माना जाता है. बैक्टीरिया होने के कारण कान में दर्द खुजली अनेक प्रकार की समस्याएं होने लगती हैं.

वायरल इन्फेक्शन – कई बार कान दर्द होने की सबसे बड़ी वजह वायरस बन जाता है. जिसमें श्वसन सैंसीटीएल वायरस (आरएसवी) और फ्लू (इन्फ्लूएंजा) वायरस सबसे आम है.

कान में संक्रमण के लक्षण

  • नींद की समस्या
  • कानों में ड्रेनेज
  • कानों में दर्द
  • भूख की कमी
  • काम में खुजली होना
  • कम सुनाई देना
  • चक़्कर आना.

कान के संक्रमण को दूर करने के उपाय

लहसुन का उपयोग

कान में संक्रमण को ठीक करने के लिए लहसुन फायदेमंद होता है. इसके उपयोग के लिए एक लहसुन लें. अब इसे छिल कर इसकी कुछ कलियों को 5-7 मिनट तक पानी में डाल कर उबाल लें. अब इन कलियों को निकाल कर पीस लें तथा इसमें थोड़ा सा नमक मिलाये. अब इस मिश्रण को किसी साफ़ सूती कपड़े में बांध कर कान के पास रखे. इससे संक्रमित कान को राहत मिलेगी.

पुदीना है फायदेमंद

कान के संक्रमण को दूर करने के लिए ताजा पुदीने की पत्तियों को लें. अब इन पत्तो को पीस कर इनका रस अपने कान में डालें. इससे कान में संक्रमण की समस्या दूर होने लगेगी.

शलजम के फायदे

शलजम कानों का काफी बेहतरीन तथा सरल इलाज होता है. एक शलजम के ताज़े टुकड़ों को सरसों के तेल में गर्म कीजिये. अब इस मिश्रण को ठंडा होने दें, जब यह जम जाए तो इस तेल की कुछ बुँदे कान में डालें. इससे लाभ होगा.

तुलसी का उपयोग

तुलसी को कान के संक्रमण को दूर करने के लिए एक अच्छा उपाय माना जाता है. तुलसी की कुछ ताजी पत्तियों को लेकर पीस लें. अब इन पत्तियों के रस की 4-5 बूंद को अपने कान में डालें. इससे कान का संक्रमण दूर होने लगेगा.

प्‍याज का प्रयोग

कान के संक्रमण को ठीक करने के लिए प्‍याज एक अच्छा विकल्प है. इसके प्रयोग के लिए प्‍याज को बारीक काट कर माइक्रोवेव में डाल कर कुछ मिनट पकाएं. जब यह प्‍याज पक जाए तो इसके रस को निकाल कर अपने कान में डालें. इससे फायदा होता है.

जैतून का तेल

जैतून का तेल कान की प्रत्येक समस्या को दूर करने का एक अच्छा उपाय है. इसके उपयोग के लिए जैतून का तेल हल्का गर्म करें. अब इस तेल की कुछ बूंदों को कान में डालें. यह कान के संक्रमण को दूर करने में बहुत फायदेमंद होता है.

अदरक और नींबू का रस

अदरक और नींबू का रस भी कान के संक्रमण को दूर करने में सहायक होता है. थोड़ा अदरक को पीस कर उसका रस निकाल लें. अब इस रस में थोड़ा निम्बू का रस मिला लें. अब इस मिश्रण की तीन या चार बुँदे कान में डालें. करीब आधे घंटे बाद कान को रई की मदद से साफ करें.

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