शिवरात्रि 2017 पूजा विधि और लाभ How to worship Maha Shivaratri

महाशिवरात्री में क्या करे क्या ना करे How to worship lord Shiva

देवों के देव आपके महादेव की आराधना का साल का सबसे बड़ा महापर्व शिवरात्रि इस बार शुक्रवार के दिन विशेष शिवयोग धनिष्ठा नक्षत्र में 24 फ़रवरी को है। यह त्यौहार फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी को शिवरात्रि पर्व मनाया जाता है।

आम तौर पर हम महाशिवरात्रि पर देखते है की मंदिरो में बहुत ज्यादा भीड़ होती है और इस दिन श्रदालु भोलेनाथ की कृपा के लिए तरह तरह के उपाय करते है. महाशिवरात्रि पर पुरे भारत में मंदिरों में चहल पहल होती है और इस दिन आप भगवान् भोलेनाथ को खुश करके अपनी मनोकामना प्राप्त कर सकते है.

महाशिवरात्री व्रत का संकल्प

व्रत का संकल्प सम्वत, नाम, मास, पक्ष, तिथि-नक्षत्र, अपने नाम व गोत्रादि का उच्चारण करते हुए करना चाहिए. महाशिवरात्री के व्रत का संकल्प करने के लिये हाथ में जल, चावल, पुष्प आदि सामग्री लेकर शिवलिंग पर छोड दी जाती है.

महाशिवरात्री व्रत की सामग्री

महाशिवरात्रि के दिन पूजा में पंचामृ्त (गंगाजल, दुध, दही, घी, शहद), सुगंधित फूल, शुद्ध वस्त्र, बिल्व पत्र, धूप, दीप, नैवेध, चंदन का लेप, ऋतुफल आदि चीजो को शामिल करे. इससे भगवान शिव प्रशन्न होते हैं और व्यक्ति को मनचाहे फल की प्राप्ति होती है.

महाशिवरात्री व्रत की विधि

महाशिवरात्रि के दिन व्यक्ति को प्रातः उठकर सबसे पहले स्नान आदि करना चाहिए. उसके बाद भगवान शिव के नाम का उपवास रखना चाहिए तथा भस्म का तिलक कर रुद्राक्ष की माला धारण की जाती है. इसके ईशान कोण दिशा की ओर मुख कर शिव का पूजन धूप, पुष्पादि व अन्य पूजन सामग्री से पूजन करना चाहिए. इसके अलावा पुरे दिन भगवान शिव के नाम का उच्चारण करना चाहिए.

महाशिवरात्रि के व्रत के दिन चारो पहर में पूजा की जाती है साथ ही प्रत्येक पहर में “उँ नम: शिवाय” व ” शिवाय नम:” का जाप करने से व्यक्ति को सुखो की अनुभति होती है. हो सके तो इस दिन व्यक्ति को किसी शिव मन्दिर में जाना चाहिए यदि जाना सम्भव ना हो सके तो व्यक्ति को घर के किसी शांत स्थान में ही भगवान शिव के मंत्रो का जप करना चाहिए. चारों पहर में किये जाने वाले इन मंत्र जापों से विशेष पुन्य प्राप्त होता है. इसके अतिरिक्त उपावस की अवधि में रुद्राभिषेक करने से भगवान शंकर अत्यन्त प्रसन्न होते है.

शिव अभिषेक विधि

महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव को प्रशन्न करने के लिए व्यक्ति को एक मिट्टी का बर्तन लेकर उसमें पानी भरकर, पानी में बेलपत्र, आक धतूरे के पुष्प, चावल आदि डालकर शिवलिंग पर चढ़ाना चाहिए. इसके अलावा शिवपुराण का पाठ सुनना चाहिए.

पूजन करने का विधि-विधान

भगवान शिव को प्रशन्न करने के लिए महाशिवरात्रि के दिन से बेहतर दिन तो कोई हो ही नही सकता है इसलिए इस दिन लोगो को भगवान शिव का पूजन बेल- पत्र आदि चढाते हुए करना चाहिए. व्रत करने और पूजन के साथ जब रात्रि जागरण भी किया जाये, तो यह व्रत और अधिक शुभ फल देता है. इस दिन भगवान शिव की शादी हुई थी, इसलिये रात्रि में शिव की बारात निकाली जाती है. सभी वर्गों के लोग इस व्रत को कर पुन्य प्राप्त करते है.

भगवान शिव के मन्दिर में दीपक जलाये

महाशिवरात्रि की रात में भगवान शिव के मन्दिर को साफ करके वह एक दीपक जलाये तथा शिव-शिव का उच्चारण करें. इससे व्यक्ति के बिगड़े काम बनने की सम्भावना बढ़ जाती है.

शिवलिंग घर में लाये

महाशिवरात्रि वाले दिन एक छोटा सा शिवलिंग घर में लाये तथा उसको स्थापित करें साथ ही शिवलिंग पर सफेद फूल चढ़ाये. ऐसा करने से भगवान शिव की कृपा आप पर बनी रहेगी.

शिवलिंग में पानी और दूध का मिश्रण चढ़ाये

शिवरात्रि वाले दिन शिवलिंग के सामने बैठकर ॐ नमः शिवाय का जाप करें तथा शिवलिंग में पानी और दूध का मिश्रण चढ़ाये. इससे भोलेनाथ प्रशन्न होते हैं.

बेल पत्र के पेड़ में की पूजा करें

शिवपुराण में बताया गया है की शिवरात्रि के दिन बेल पत्र के पेड़ में पानी चढ़ाकर उसकी पूजा करनी चाहिए. इससे व्यक्ति की धन सम्बन्धी समस्याएं समाप्त हो जाती हैं.

बैल को हरा चारा खिलाये

नंदी यानी बैल भगवान का वाहन होता है यह बात तो सभी जानते हैं. महाशिवरात्रि दिन यदि भगवान शिव को प्रशन्न करना चाहते हैं तो इस दिन किसी बैल को हरा चारा खिलाये. इससे भगवान शिव की कृपा आपको प्राप्त हो सकती है.

जरूरत मन्द को भरपेट खाना खिलाये

शिवरात्रि में भगवान शिव को यदि प्रशन्न करना चाहते हैं तो इस दिन किसी जरूरत मन्द को भरपेट खाना खिलाये. इससे भगवान शिव प्रशन्न होते हैं और उनकी कृपा व्यक्ति पर बनी रहती है.

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