दिवाली पर कैसे करें लक्ष्‍मी-गणेश पूजन – पूजा विधि व शुभ मूहूर्त Steps to Lakshmi-Ganesh puja 2016

दीपावली का महत्व कैसे करें इस दिवाली में लक्ष्‍मी-गणेश की पूजा Diwali puja vidhi in hindi

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                                 दिवाली हिन्दू धर्म का बहुत ही प्रमुख त्योहार है. दिवाली को दीपावली के नाम से भी जाना जाता है. दीपावली वाले दिन सभी घरो में माता लक्ष्मी, गणेश जी, सरस्वती व विष्णु भगवान की पूजा की जाती है. हिन्दू धर्म, के अनुसार अमावस्या  की रात को माता लक्ष्मी जी धरती पर आती हैं.

दिवाली में की जाने वाली आरती  

लोगो को सुख-सम्रद्धि का वरदान देती हैं. दीपावली में केवल साफ-सफाई ही नही बल्कि माता लक्ष्मी जी की पूजा भी उचित प्रकार से करनी अनिवार्य होती है. 

धनतरेस की कथा और पूजन विधि 

लक्ष्मी पूजन के लिए शुभ समय Good time to worship Lakshmi

दिवाली में माता लक्ष्मी की पूजा उचित मुहूर्त में ही होनी चाहिए. शुभ मुहूर्त में दिवाली पूजा करने से घर में सुख-शांति बनी रहती हैं तथा घर धन-धान्य से भरा रहता है. इसके दिवाली वाले दिन पूजा प्रदोष काल में होनी चाहिए.

दिवाली तिथि – 30 नवम्बर 2016

पूजा के लिए उत्तम समय प्रदोष काल (शाम) 5:28 बजे से 8:10 बजे तक

पूजा के लिए उत्तम समय (वृश्चिक काल) 6:27 बजे से 08:22 बजे तक

दिवाली पूजा या लक्ष्मी पूजन साम्रग्री Diwali or Lakshmi Puja materials

लक्ष्मी-श्रीगणेश की मूर्तियाँ,  केशर, रोली, चावल, पान, सुपारी, फल, फूल, दूध, खील, बताशे, सिंदूर, शहद, सिक्के, लौंग, मिठाई, दही, गंगाजल, धूप, अगरबत्ती, 11 दीपक, रूई, कलावा, नारियल और तांबे का कलश चाहिए।

दीपावली पूजन की तैयारी preparation of Diwali Puja

दिवाली के दिन माता लक्ष्मी की पूजा करने के लिए सबसे पहले यह जानना जरुरी है की किस प्रकार तैयारी की जाए. दिवाली वाले दिन पूजा करने के लिए आइये जानते हैं कुछ खास ध्यान रखने योग्य बातें.

  • पूजा करने से पहले मंदिर की साफ-साफ बहुत जरुरी है इसलिए सबसे पहले मंदिर को साफ करें.
  • सबसे पहले मंदिर में रखे जाने वाली चौकी में कोई लाल कपड़ा बिछा दें. इसके स्थान पर आप रंगोली आदि भी बना सकते हैं.
  • अब उस पर कलश रखें।
  • अब इस चौकी के ऊपर लक्ष्मी माता की तस्वीर रखें. माता लक्ष्मी के एक ओर गणेश जी ओर दूसरी तरफ सरस्वती माता की तस्वीर रखें.
  • इसके बाद विष्णु भगवान, कुबेर व् इंद्रा भगवान के नाम से थोड़ा अक्षत रखें या इनकी तस्वीर बी रख सकते हैं.
  • अब अपने हाथ में थोड़ा जल लेकर मूर्तियों में छिड़के तथा मन्त्र का उच्चारण करें.

ॐ अपवित्रः पवित्रो वा सर्वावस्थां गतोsपि वा। य स्मरेत् पुण्डरीकाक्षं स बाह्याभ्यन्तरः शुचिः।।

  • अब इस जल को घर में चारो ओर छिड़क दें.
  • अब घी का एक दीपक जलाकर मूर्तियों के सामने रखें दें. ध्यान रहे की ये दीपक रात भर जला रहना चाहिए.
  • घर के सभी दरवाजो के चौकट ओर खिड़कियों तथा घर की छतों में दीपक जलाये.
  • इसके बाद सबसे पहले गणेश जी की पूजा करें.
गणेश जी की पूजा विधि Ganesha Puja Vidhi

किसी भी शुभ कार्य को करने के लिए गणेश जी की पूजा करना शुभ माना जाता है. कहा जाता है की भगवान शिव ने गणेश जी को यह वरदान दिया था की जब भी कोई शुभ कार्य किया जायेगा तो सबसे पहले गणेश जी की पूजा की जाएगी इसलिए हमेशा कोई भी शुभ कार्य करने के लिए गणेश जी का पूजन किया जाता है.

 

  • सबसे पहले गणेश जी को रोली अक्षत का तिलक लगाए .
  • अब गणेश जी पर इत्र छिड़के तथा उन्हें फूल माला व मिठाइया अर्पित करें.
  • अब उन्हें धुप व दिया दिखाए.

माता लक्ष्मी जी की पूजन विधि Laxmi Mata worship method

माता लक्ष्मी धन -धान्य देने वाली होती है. कहा जाता है की जिस घर में साफ-सफाई हमेशा बरकरार रही हैं माता वह पर अपना वास करती हैं और उनके जीवन को खुशियों से भर देती हैं.

  • माता लक्ष्मीकी पूजा करने के लिए सबसे पहले उन पर जल छिड़के तथा मन्त्र का उच्चारण करें.

ॐ अपवित्रः पवित्रो वा सर्वावस्थां गतोsपि वा।

य स्मरेत् पुण्डरीकाक्षं स बाह्याभ्यन्तरः शुचिः।।

पृथिवती मंत्रशय मेरुपृष्ठ ग षि सुतलं छन्दः

कूर्मोदेवता आसने विनियोगः।।

  • अब माता लक्ष्मी जी को रोली व अक्षत लगाए.
  • इसके बाद माता लक्ष्मी पर इत्र छिड़के तथा फूल व माला चढ़ाये.
  • इसके बाद माता पर हल्दी, सुपारी, फल , फूल आदि चढाये.
  • अंत में माता को धुप तथा दिया दिखाए.

भगवान विष्णु के पूजन की विधि The method of worship of Lord Vishnu

  • सबसे पहले भगवान विष्णु जी पर अक्षत व इत्र चढ़ाये.
  • अब फूल व माला चढ़ाकर धुप दिखाए.
  • अब भगवान विष्णु से यह प्रार्थना करें की वह भी माता लक्ष्मी के साथ घर में पधारे.

भगवान कुबेर की पूजा की विधि The method of worship of Lord Mammon

  • सबसे पहले कुबेर जी पर अक्षत तथा इत्र चढाये.
  • इसके बाद फूल तथा फल चढ़ाकर उन्हें धुप दिखाए.
  • अब भगवान कुबेर से प्रार्थना करें की वह माता लक्ष्मी के साथ घर में पधार कर घर में सुख प्रदान करें.

माता सरस्वती की पूजन विधि The method of Mata Saraswati Puja

  • सबसे पहले माता सरस्वती को तिलक लगाए.
  • अब माता पर इत्र छिड़ कर इन्हें फूल व फल चढाये.
  • इसके बाद इन्हें दूप व दिया दिखाये.
  • अंत में सबसे भगवानो को दिया दिखाए.
  • अब खड़े होकर माता लक्ष्मी व अन्य भगवानों की आरती करें.

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