विटामिन ई के स्रोत, फायदे तथा कमी के लक्षण
वैसे तो हमारे शरीर के लिए सभी विटामिन बहुत जरुरी होते हैं. हर विटामिन का अपना अलग-अलग महत्व होता है. लेकिन कई विटामिन ऐसे होते हैं जो हमारे शरीर के लिए बहुत ही लाभदायक होते हैं. जिनका सेवन हमे रोजाना करना पड़ता है. कई लोग ऐसे होते हैं जो लम्बे समय तक वसा वाला खाना खाते है जिसके कारण शरीर में विटामिन ई की कमी हो जाती है.
विटामिन ई एक ऐसा विटामिन है जो, हमारे संपूर्ण शरीर को स्वस्थ रखने में अहम भूमिका निभाता है तथा यह विटामिन वसा में घुलनशील होता है. इसके अलावा यह विटामिन अच्छे एंटीऑक्सीडेंट के रूप में भी कार्य करता है. यदि शरीर में विटामिन ई की कमी हो जाए तो शरीर अनेक रोगों से घिर जाता है. इसलिए हमें अपने शरीर की आवश्यकता के अनुसार विटामिन ई का सेवन करना जरुरी होता है.
विटामिन ई के स्रोत
- अखरोट
- अंडे
- आम
- कद्दू
- पपीता
- एवोकेडो
- ब्रोकली
- शलजम
- बादाम
- पॉपकार्न
- सूखे मेवे
- शकरकंद
- कड लीवर ऑयल
- सूरजमुखी के बीज
- हरी पत्तेदार सब्जियां
विटामिन ई का उपयोग
विटामिन ई हमारे शरीर को स्वस्थ रखने के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है. विटामिन ई वसीय तत्त्वों से निपटने वाले ऊतकों तथा कोशिका झिल्ली की रचना के लिए बहुत ही आवश्यक होता है. इसके अलावा विटामिन ई मृत कोशिकाओ और काले धब्बो को निकालने का काम करता है. इसके साथ ही यह स्किन को मुलायम और गोरा भी बनाता है. विटामिन ई के सेवन से शरीर में किसी प्रकार की एलर्जी नहीं होती साथ ही इम्यून सिस्टम भी मजबूत बना रहता है. विटामिन ई हमारे शरीर में हाई ब्लड प्रेशर को बढ़ने से रोकता है तथा यह विटामिन बालों को लम्बा तथा घना करने में भी बहुत सहायक होता है.
विटामिन ई की कमी से होने वाले रोग
- एनिमीया
- मांसपेशियों में कमजोरी
- दिमाग के नसों की समस्या
- न्युरोलोजीकल की समस्या
- नजर कमज़ोर हो
- खून की कमी
- तंत्रिका संबंधी परेशानी
अत्यधिक विटामिन ई लेने से होने वाली समस्याएं
विटामिन ई हमारे शरीर को स्वस्थ रखने में बहुत सहायक होती है. विटामिन ई रेड ब्लड सेल्स यानि लाल रक्त की कोशिकाओ का निर्माण करती है. लेकिन कई बार विटामिन ई की अधिक मात्रा लेने से भी अनेक प्रकार की समस्याएं हो सकती हैं.
- खून के सेलों पर असर पड़ना
- अचानक खून बहना
- अचानक कोई छोटी-मोटी बीमारी होना.